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Sunday 4 December 2011

shahid smarak maharaj ganj

शहीद स्मारक बिशुन पुर गबडुआ ,महाराज गंज 
महा  संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रसिद्ध साहित्यकार पटेल राज कुमार सचान 'होरी' राष्ट्रीय संरक्षक हरिपाल  सिंह [लखनऊ] ,प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्ण चन्द्र वर्मा ,प्रदेश संगठन मंत्री चौधरी विश्राम सिंह पटेल , प्रदेश महा सचिव अशोक पटेल ,मंडलीय अध्यक्ष पटेल  विजय चौधरी ,महाराज गंज ,कुशीनगर ,गोरख पुर के पदाधिकारियों तथा कुछ समाज सेवी अधिकारीयों के साथ  ३ तारीख़  को पहुंचे शहीद स्मारक बिशुन पुर गबडुआ , महाराज गंज |
       बड़ी संख्या में शहीद स्मारक पर उपस्थित ग्रामीणों ने उत्त्साह से भाग लिया इनमें ग्रामीण महिलाएं भी थीं |२ घंटे तक चले कार्यक्रम में विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त करने के पूर्व स्मारक पर पुष्पांजलि की और अगर बत्तियां प्रज्ज्वलित की |२७ अगस्त १९४२ की स्वतंत्रता की लडाई में इसी गाँव में लोग शहीद हुए थे और अनेकों गिरफ्तार हए थे जो आजीवन जेलों में रह कर स्वर्गवासी हुए थे | शहीदों के नाम .....
[१] श्री सुखराज कुर्मी पुत्र बेचन कुर्मी
[२]श्री झिंकू कुर्मी  पुत्र मानिक  कुर्मी 
[३]श्री कशी नाथ कुर्मी पुत्र हर दयाल कुर्मी 
                         स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ....
[१] श्री राम देव चौधरी पुत्र फेकू 
[२] श्री त्रिलोक चौधरी पुत्र जद्दू 
[३]श्री महा देव चौधरी पुत्र गोपाल 
[४] श्री राम धारी चौधरी पुत्र ब्रज मोहन 
[५] श्री तिलक धारी  चौधरी पुत्र जद्दू 
[६] श्री सरजू चौधरी पुत्र राम सुभग 
[७] श्री शिव दत्त चौधरी पुत्र बिशुन 
[८] श्री हरिवंश चौधरी पुत्र राम किशुन 
[९] श्री राम जतन चौधरी पुत्र शंकर 
[१०] श्री जनक राज लोहार पुत्र परमेश्वर 
[११] श्री नगई लोहार पुत्र रुपयी 
[१२] श्री सरजू चौधरी पुत्र रुपयी 
[१३] श्री मानिक चौधरी पुत्र बुद्धू 
[१४] श्री राम लखन चौधरी पुत्र मानिक 
[१५] श्री बनारसी चौधरी पुत्र त्रिलोचन 
                                                             सभा में श्री अशर्फी लाल चौधरी अध्यक्ष शहीद स्मारक समिति अपने विचार रखते रखते रो पड़े ,आंसुओं में दर्द था अपने पूर्वजों के लिए और पीड़ा थी शासन और प्रशासन की  उपेक्षा की | स्मारक का चबूतरा क्षत विक्षत था ,पत्थर टूटे   थे | गाँव में विकास कार्य न थे | श्री असरफी लाल ने और संरक्षक श्री चन्द्र भान चौधरी ने मांग की गांवके बाहर शहीद द्वार के स्थापना की | गांव के प्रधानपति श्री नन्द कुमार चौधरी भी सभा में उपस्थित रहे | श्री 'होरी' ने अपने भाव पूर्ण संबोधन में स्राधांजलि देते हुए विभिन्न समस्याओं के निराकरण और मांगों को पूर्ण करने के लिए वादा किया की सम्बंधित से कह कर सब पूर्ण कराया जायेगा , अपने पदाधिकारियों से अनुरोध किया की वे लगातार संपर्क बनाये रखें | इतिहास् लिखने  के लिए प्रेरित करते हुए कहा की जो समाज लेखक नहीं पैदा करते उनके महा पुरुष उपेक्षित हो जाते हैं , तभी इस संग्राम को गोरख पुर के गजेटियर में भी तीन पंक्तियाँ मिलीं जब की इस पर तो अनेकों किताबें लिखी जातीं |इस पर एक किताब स्वयं लिखने का ashwasan देते हुए कहा की   वे इसको इंटर नेट के माध्यम  से सम्पूर्ण दुनिया तक पहुचाएंगे |
                          शहीद मेला में २७ जनवरी२०१२ को जनता की मांग पर भाग लेने का आश्वासन देते हुए  अपनी माँ की स्मृति ट्रस्ट 'सुखरानी फ़ौंडेशन ' से रुपये ११ हजार स्मारक को दान दिए |
                                            यहाँ से समाज सेवकों का काफिला निकल पड़ा अन्य सुदूर गांवों की ओर.......
                                                                                                                                                      कुर्मी क्षत्रिय महा संघ /पटेल टाईम्स ब्यूरो  

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