कुर्मी गुर्जर एक उद्भव
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देश में कुर्मी , कुर्मिक्षत्रिय ,वर्मा ,कटियार ,सचान , गंगवार ,पटेल, सिग्रौर, चौधरी ,आदि आदि १३०० से भी अधिक नामों से जाने वाली यह जाती भारत के कोने कोने में फैली हुयी है |इसी प्रकार गुर्जर ,गूजर नाम से चिन्हित जाति मुख्य रूप से दिल्ली ,राजस्थान ,हरियाणा ,गुजरात ,पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मिलती है | दोनों ही क्षत्रपति शिवाजी और सरदार पटेल को अपना पूर्वज मानती हैं | दोनों के इतिहास से स्पस्ट होता है की दोनों का उद्गम एक है ,वंश परंपरा एक है ,दोनों खेतिहर ,कर्मठ ,क्षत्रिय जातियां हैं | अन्य अनेकों समानताएं यह बताने के लिए पर्याप्त हैं कि दोनों ही एक ही जाति हैं |आपस में शादी विवाह हों ,रोटी बेटी के सम्बंध हों इसके लिए अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रिय महा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राज कुमार सचान होरी के अथक प्रयाशों से गुर्जर परिषद् के पदाधिकारियों से विचार विमर्श के पश्चात यह तैय हुआ कि आपसी मतभेद और मनभेद भुला कर एक मंच बनाया जाय ,जिसके माध्यम से स्थायी एकता स्थापित की जाय|
दोनों जातियों के सदस्यों से अनुरोध है कि अपने अपने स्तर से भी एकता के इस पुनीत कार्य में अपना योगदान अवश्य देते रहें |इससे शिवाजी और सरदार पटेल की आत्मा प्रशन्न होंगी और स्वर्ग से आशीर्वाद देंगी |
1 comment:
Dhankun aur Pasi bhi kurmi hi hote hain. Theek hai dosht.
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