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{a blog of akhil bhartiya kurmi kshatriya mahaa sangh}SINGLE PLATFORM FOR ALL ORGANISATIONS OF COMMUNITY OF WORLD. IT IS TO SUPPORT ALL AND GET SUPPORT FROM ALL. BE FIGHTER . BE SHIVAJI. BE SARDAR PATEL. --HQ -63 NITI KHAND 3rd ,INDIRAPURAM ,GHAZIABAD [email.. kurmikshatriyamahaasangh@gmail.com] [kurmimahaasangh@gmail.com] ,[kurmikms@gmail.com ],[horisardarpatel@gmail.com ] MUKH PATRA of MAHAA SANGH 'PATEL TIMES' is now online ...pateltimes.blogspot.com
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Saturday, 31 December 2011
HAPPY NEW YEAR
चांदी जैसा आज हो , कल कंचन की खान |
हीरे सा नव वर्ष हो , शुभ कामना सचान ||
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दो जीरो बारह छुएं , निज कर से आकाश |
'होरी ' की शुभ कामना , जीवन भरे प्रकाश ||
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राज कुमार सचान 'होरी'
Sunday, 25 December 2011
क्या आप सामाजिक संगठन कूर्मि क्षत्रिय महा संघ से जुड़ेंगे ? अपना कार्य क्षेत्र चुनें . सूचित करें .....ईमेल horisardarpatel @gmail .com ब्लॉग kurmikshatriyamahaasangh .blogspot .com में मेम्बर बनें
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Tuesday, 20 December 2011
BAMBOO PLANTATION BY FARMERS, ITS PROFIT
bamboo plantation [बांस की खेती ]
एक बांस के पेड़ में अनेक किल्ले निकलते हैं और तीसरे साल से बांस की कोठी तैयार हो जाती है | एक कोठी से हर वर्ष 15 से ३० बांस बिक्री के लिए उपलब्ध होते हैं जो ५० से ६० वर्षों तक मिलते रहते हैं | बांस का सर्वाधिक प्रयोग कागज़ बनाने में होता है ,फर्नीचर और घरेलु सामान बनाने के भी बांस काम आता है | दुनिया में बांस की कीमत लगातार बढ़ रही है | आज की कीमत में एक मोटे बांस की कीमत रुपया ८० से १२० तक है |
आईये अब इसकी खेती की चर्चा करें | जहां पर गेंहूँ , धान , आलू और मोटे अनाजों की लागत बिक्री मूल्य से अधिक आती है और किसानों के लिए इनकी खेती बोझ बन जाती है तथा गरीबी का कारण बनती है, वहीं बांस की खेती में देखें क्या मिलता है ? एक हेक्टेर में ४ मीटर की दूरी पर बांस लगते हैं और इस हिसाब से कुल ६२५ पेड़ लग सकते हैं | अर्थात एक हेक्टेयर में बांस की ६२५ कोठियां तैयार होंगी जिनमे तीसरे वर्ष से प्रत्येक कोठी से औसत २० बांस मिलने पर कुल १२५०० [ बारह हज़ार पांच सौ ] बांस प्रत्येक वर्ष मिलेंगे | औसत १०० रूपये के हिसाब से कुल कीमत होगी रूपये १२५००० [बारह लाख पांच हज़ार ] प्रति वर्ष प्रति हेक्टेयर किसान को मिलेंगे | छोटे किसान कम भूमि में इसी हिसाब से पेड़ लगा सकते हैं और उपयुक्त लाभ उठा सकते हैं |
तो आईये किसानों को समझाए उनकी गरीबी मिटायें |
राज कुमार सचान 'होरी'
Monday, 12 December 2011
PATELS OF WORLD
WE ARE SORRY TO SAY SO , OUR COMMUNITY COMMUNICATES LESS WITH ONE ANOTHE IN COMPARISON TO OTHERS . VERY UNFORTUNATE SYMPTOM. IT SHOWS WE ARE STILL UNDEVELOPED. SANGH REQUESTS YOU CHANGE BEHAVIOR AND TO BECOME FORWARD.
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WELCOME SUGGESTIONS
you are energetic ,devoted to hard work and have feeling to serve society. so mahaasangh requests you to send suggestions for social service . we welcome your suggestions. suggestions will be published in blogs ..'kurmikshatriyamahaasangh.blogspot.com' and 'pateltimes.blogspot.com'
valuable suggestions will be spread over through our workers in whole country and abroad .
pl send to email ..horisardarpatel@gmail.com
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Sunday, 11 December 2011
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GAANW , GALI , KHALIHAAN
गांव , गली ,खलिहान
(1) राजनीति करते नहीं , पड़े हुए हैं खेत|
'होरी' सत्ता सुख सभी , राजनीति ही देत ||
(२)नहीं नौकरी कर रहे, और न ही व्यवसाय ||
वे नेतागीरी करें , और न कोयि उपाय ||
(३) सौ में हैं निन्यानवे , गाँव ,गली , खलिहान |
'होरी' कुर्मी का कहो , हो कैसे उत्थान ||
(४) औरों से डरते रहे , पर आपस में युद्ध |
दुखी शिवा , सरदार सब , और दुखी हैं बुद्ध ||
(5) कुर्मी गांवों में रहे , शहरों से अति दूर |
भाग्य भरोसे बैठ कर , कुर्मी अति मजबूर ||
(६) टीक , बांस खेती करें , छोड़ें गेहूं धान |
'होरी' धन दौलत मिले , आगे बढ़ें सचान ||
राज कुमार सचान 'होरी'
Saturday, 10 December 2011
BAS THODAA SAA
एक दिन ,एक घंटा
जो भी जहाँ भी है वहीँ प्रत्येक दिन एक घंटा समाज सेवा में दें . इस एक घंटे केवल सामाजिक उत्थान का चिंतन और कार्य करें . माह में एक दिन पूरा का पूरा समाज सेवा को अर्पित करें . अपनी ,अपनी पसंद के क्षेत्र चुन लें और उनमें उपलब्धियां प्राप्त करें . आपके इस योगदान से समाज स्वयमेव ऊपर उठ जायेगा और आपको संतुष्टि भी मिलेगी .तो आईये देर किस बात की .......
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माना आप अपने व्यक्तिगत , पारिवारिक कार्यों में लगे हैं , यह भी परम आवश्यक है लेकिन समाज का विकास कौन करेगा ? समाज के विकास का दायित्व किसका है ?वह भी तो हमारा ही है | आईये जागरूक बनें ,जागरूक करें | थोडा ही सही कुछ तो सामाजिक धर्म निभाएं |तो आईये देर किस बात की ......अपने किये कार्यों ,विचारों की जानकारी महा संघ और पटेल टाईम्स को उनकी ई मेल्स पर भेजें |
राज कुमार सचान 'होरी'
Friday, 9 December 2011
EK DIN ,EK GHANTE
एक दिन ,एक घंटा
जो भी जहाँ भी है वहीँ प्रत्येक दिन एक घंटा समाज सेवा में दें . इस एक घंटे केवल सामाजिक उत्थान का चिंतन और कार्य करें . माह में एक दिन पूरा का पूरा समाज सेवा को अर्पित करें . अपनी ,अपनी पसंद के क्षेत्र चुन लें और उनमें उपलब्धियां प्राप्त करें . आपके इस योगदान से समाज स्वयमेव ऊपर उठ जायेगा और आपको संतुष्टि भी मिलेगी .तो आईये देर किस बात की .......
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Wednesday, 7 December 2011
राजनैतिक कार्यकर्ताओं का घोर अभाव ************************************** कुर्मी समाज में जनसँख्या की द्रष्टि से राजनैतिक कार्यकर्ताओं का घोर अभाव है इसीलिये विभिन्न दलों में चुनाओं के समय टिकट पाने वालों की संख्या अत्यंत नगण्य रहती है | जनसँख्या की तुलना में तभी न तो मंत्री बन पाते हैं और न ही मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री | वर्तमान में कुर्मिक्षत्रिय महा संघ ने सर्वे किया है कि .१ % से भी कम राजनैतिक कार्यकर्ता हैं | आईये राजनीतिक जागरूकता पैदा करें | जो किसी जाब में नहीं वे समाज सेवा और राजनीति करें | ब्यूरो चीफ पटेल टाईम्स , दिल्ली
राजनैतिक कार्यकर्ताओं का घोर अभाव
**************************************
कुर्मी समाज में जनसँख्या की द्रष्टि से राजनैतिक कार्यकर्ताओं का घोर अभाव है इसीलिये विभिन्न दलों में चुनाओं के समय टिकट पाने वालों की संख्या अत्यंत नगण्य रहती है | जनसँख्या की तुलना में तभी न तो मंत्री बन पाते हैं और न ही मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री | वर्तमान में कुर्मिक्षत्रिय महा संघ ने सर्वे किया है कि .१ % से भी कम राजनैतिक कार्यकर्ता हैं | आईये राजनीतिक जागरूकता पैदा करें | जो किसी जाब में नहीं वे समाज सेवा और राजनीति करें |
ब्यूरो चीफ पटेल टाईम्स , दिल्ली
राजनैतिक कार्यकर्ताओं का घोर अभाव ************************************** कुर्मी समाज में जनसँख्या की द्रष्टि से राजनैतिक कार्यकर्ताओं का घोर अभाव है इसीलिये विभिन्न दलों में चुनाओं के समय टिकट पाने वालों की संख्या अत्यंत नगण्य रहती है | जनसँख्या की तुलना में तभी न तो मंत्री बन पाते हैं और न ही मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री | वर्तमान में कुर्मिक्षत्रिय महा संघ ने सर्वे किया है कि .१ % से भी कम राजनैतिक कार्यकर्ता हैं | आईये राजनीतिक जागरूकता पैदा करें | जो किसी जाब में नहीं वे समाज सेवा और राजनीति करें | ब्यूरो चीफ पटेल टाईम्स , दिल्ली
राजनैतिक कार्यकर्ताओं का घोर अभाव
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कुर्मी समाज में जनसँख्या की द्रष्टि से राजनैतिक कार्यकर्ताओं का घोर अभाव है इसीलिये विभिन्न दलों में चुनाओं के समय टिकट पाने वालों की संख्या अत्यंत नगण्य रहती है | जनसँख्या की तुलना में तभी न तो मंत्री बन पाते हैं और न ही मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री | वर्तमान में कुर्मिक्षत्रिय महा संघ ने सर्वे किया है कि .१ % से भी कम राजनैतिक कार्यकर्ता हैं | आईये राजनीतिक जागरूकता पैदा करें | जो किसी जाब में नहीं वे समाज सेवा और राजनीति करें |
ब्यूरो चीफ पटेल टाईम्स , दिल्ली
Monday, 5 December 2011
[पिछड़ा और दलित ]कौन ......???????? जो वर्ग लेखन , कविता ,पत्रकारिता , साहित्य से दूर रहता है वही पिछड़ा है . कुर्मियों को देखो ..कवि , लेखक. ,पत्रकार अत्यंत मुश्किल से एक - दो पूरे देश में मिलते हैं . आईये पिछड़ों को उठायें ...कलम थमाएं , patrakar और साहित्यकार बनायें . कुर्मिक्षत्रिय महा संघ
[पिछड़ा और दलित ]कौन ......????????
जो वर्ग लेखन , कविता ,पत्रकारिता , साहित्य से दूर रहता है वही पिछड़ा है . कुर्मियों को देखो ..कवि , लेखक. ,पत्रकार अत्यंत मुश्किल से एक - दो पूरे देश में मिलते हैं .
आईये पिछड़ों को उठायें ...कलम थमाएं , patrakar और साहित्यकार बनायें .
कुर्मिक्षत्रिय महा संघ
VISIT OF 3RD DECEMBER OF MAHARAJ GANJ
प्रथम दिवस [३/१२/११] का भ्रमण .....
शहीद स्मारक के बाद कुर्मिक्षत्रिय महा संघ का काफिला तीन बड़ी गाड़ियों में सवार सबसे पहले पहुंचा ग्राम बरहरा मीर श्री अनिल पटेल ग्राम प्रधान के निवास | इनके यहाँ संक्षिप्त बैठक हुयी और किसान भाईयों को सागौन ,पपीता , बांस, सब्जियों और फूलों की खेती पर विशेष ध्यान देने के लिए 'होरी' जी ने जोर दिया और कहा की गेहूं और धान को अपने परिवार की आवस्यकता भर बोयें | गेहूं और धान में लागत के मुकाबले आय कम है इसलिए इनको बोने वाले किसानों की आर्थिक स्थिति दिनों दिन बिगडती जा रही है | देश में आज भी कुर्मियों की आबादी का ९९% गांवों में रह कर खेती करता है इस कारण कुर्मी विशेष कर गरीब होता जा रहा है |
महाराज गंज में किसानों के पास बड़ी जोते हैं वे आसानी से अपनी भूमि के कुछ हिस्से में बांस और सागौन लगा सकते हैं |ये दोनों पेड़ मेड़ों में भी लगा सकते हैं | इस क्षेत्र में भ्रमण में पाया गया की ये पेड़ भरी संख्या में किसानों ने लगाये हैं लेकिन उनमें पूछने पर ज्ञात हुआ की कुर्मी किसानों की संख्या अत्यंत कम है |राजनीतिक जागरूकता पर भी वार्तालाप में जोर दिया गया | समाज के उत्थान पर जोर के साथ बैठक समाप्त हुयी | जिले के पदाधिकारियों का चयन कर उनका सम्मान किया गया |
इसके बाद कारवां चल पडा ग्राम करौता ,यहाँ की बैठक आयोजित कीथी ग्राम प्रधान श्री ब्रह्म्मानंद पटेल ने | यहाँ पर समस्त अतिथियों का स्वागत किया गया और विभिन्न वक्ताओं द्वारा संघ की और से सामाजिक सुधार और उत्थान के कार्यक्रमों का समर्थन किया गया | ग्रामवासियों द्वारा राष्ट्रिय अध्यक्ष के आह्वाहन पर खेती में परिवर्तन का समर्थन किया गया |'होरी' जी ने कहा की बिना पेट भरे उन्नति संभव नहीं व्यावसायिक खेती के साथ बकरी पालन के व्यवसाय पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कुर्मी परिवारों के लिए इसे अपनाने पर जोर दिया ....कम लागत में अधिक लाभ इसका मूल मन्त्र है .धन्यवाद् के साथ काफिला चल पडा ....
ग्राम पिपरा सोनारी |ग्राम प्रधान मुन्नी लाल पटेल ने सभी का स्वागत किया |भारी जन समूह को राष्ट्रीय अध्यक्ष ने संबोधित किया | बिरादरी की शहरीकरण की स्थिति पर कहा की देश में ३०% जनसँख्या शहरों में है पर कुर्मी आज भी ९९% गांवों में है इसे दूर करना होगा और अपने पास के कस्बों में बसना होगा | निचलौल , नौतनवा , महाराज गंज तथा अन्य कस्बों में कुर्मियों की आबादी मात्र एक प्रतिशत है जबकि अन्य समाजों की अधिक आबादी है |जो कुर्मियों से सत्ता और साहित्य में आगे हैं |
ग्राम लाल पुर चटिया रात ७ बजे पहुंचे भारी संख्या में यहाँ भी स्वागत का कार्यक्रम था जो एक घंटे चला यहाँ के पत्रकार श्री सुरेश चौधरी तथा इन्द्रजीत चौधरी ने आयोजन मिल कर ग्राम वासियों के साथ किया था भारी उत्त्साह के साथ कार्यक्रम चला | आज का अंतिम कार्यक्रम था सर्कह्वा ठुठी बारी में एक मंदिर के प्रांगन में एकदम नेपाल बार्डर में नो मैन्स लैंड के पास यहाँ का आयोजन किया था श्री जगन्नाथ सिंह और श्री नन्द जी ने ,दोनों बुद्धि जीवी और प्रधानाचार्य | रात १० बजे तक चले इस कार्यक्रम में उत्त्साह देखते ही बनता था | भारत के एक ओर नेपाल के किनारे बसे निवासियों ने एक स्वर से श्री 'होरी' जी का आभार प्रदर्शित किया और उनके नेतृत्व में समाज को उठाने में कदम से कदम मिला कर चलने का आश्वासन दिया |
वापस महाराज गंज मुख्यालय रात १२ बजे काफिला पहुंचा और दिन भर के सफल कार्यक्रमों के बाद यहाँ रात्रि विश्राम किया |
कुर्मिक्षत्रिय महा संघ/ पटेल टाईम्स ब्यूरो
शहीद स्मारक के बाद कुर्मिक्षत्रिय महा संघ का काफिला तीन बड़ी गाड़ियों में सवार सबसे पहले पहुंचा ग्राम बरहरा मीर श्री अनिल पटेल ग्राम प्रधान के निवास | इनके यहाँ संक्षिप्त बैठक हुयी और किसान भाईयों को सागौन ,पपीता , बांस, सब्जियों और फूलों की खेती पर विशेष ध्यान देने के लिए 'होरी' जी ने जोर दिया और कहा की गेहूं और धान को अपने परिवार की आवस्यकता भर बोयें | गेहूं और धान में लागत के मुकाबले आय कम है इसलिए इनको बोने वाले किसानों की आर्थिक स्थिति दिनों दिन बिगडती जा रही है | देश में आज भी कुर्मियों की आबादी का ९९% गांवों में रह कर खेती करता है इस कारण कुर्मी विशेष कर गरीब होता जा रहा है |
महाराज गंज में किसानों के पास बड़ी जोते हैं वे आसानी से अपनी भूमि के कुछ हिस्से में बांस और सागौन लगा सकते हैं |ये दोनों पेड़ मेड़ों में भी लगा सकते हैं | इस क्षेत्र में भ्रमण में पाया गया की ये पेड़ भरी संख्या में किसानों ने लगाये हैं लेकिन उनमें पूछने पर ज्ञात हुआ की कुर्मी किसानों की संख्या अत्यंत कम है |राजनीतिक जागरूकता पर भी वार्तालाप में जोर दिया गया | समाज के उत्थान पर जोर के साथ बैठक समाप्त हुयी | जिले के पदाधिकारियों का चयन कर उनका सम्मान किया गया |
इसके बाद कारवां चल पडा ग्राम करौता ,यहाँ की बैठक आयोजित कीथी ग्राम प्रधान श्री ब्रह्म्मानंद पटेल ने | यहाँ पर समस्त अतिथियों का स्वागत किया गया और विभिन्न वक्ताओं द्वारा संघ की और से सामाजिक सुधार और उत्थान के कार्यक्रमों का समर्थन किया गया | ग्रामवासियों द्वारा राष्ट्रिय अध्यक्ष के आह्वाहन पर खेती में परिवर्तन का समर्थन किया गया |'होरी' जी ने कहा की बिना पेट भरे उन्नति संभव नहीं व्यावसायिक खेती के साथ बकरी पालन के व्यवसाय पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कुर्मी परिवारों के लिए इसे अपनाने पर जोर दिया ....कम लागत में अधिक लाभ इसका मूल मन्त्र है .धन्यवाद् के साथ काफिला चल पडा ....
ग्राम पिपरा सोनारी |ग्राम प्रधान मुन्नी लाल पटेल ने सभी का स्वागत किया |भारी जन समूह को राष्ट्रीय अध्यक्ष ने संबोधित किया | बिरादरी की शहरीकरण की स्थिति पर कहा की देश में ३०% जनसँख्या शहरों में है पर कुर्मी आज भी ९९% गांवों में है इसे दूर करना होगा और अपने पास के कस्बों में बसना होगा | निचलौल , नौतनवा , महाराज गंज तथा अन्य कस्बों में कुर्मियों की आबादी मात्र एक प्रतिशत है जबकि अन्य समाजों की अधिक आबादी है |जो कुर्मियों से सत्ता और साहित्य में आगे हैं |
ग्राम लाल पुर चटिया रात ७ बजे पहुंचे भारी संख्या में यहाँ भी स्वागत का कार्यक्रम था जो एक घंटे चला यहाँ के पत्रकार श्री सुरेश चौधरी तथा इन्द्रजीत चौधरी ने आयोजन मिल कर ग्राम वासियों के साथ किया था भारी उत्त्साह के साथ कार्यक्रम चला | आज का अंतिम कार्यक्रम था सर्कह्वा ठुठी बारी में एक मंदिर के प्रांगन में एकदम नेपाल बार्डर में नो मैन्स लैंड के पास यहाँ का आयोजन किया था श्री जगन्नाथ सिंह और श्री नन्द जी ने ,दोनों बुद्धि जीवी और प्रधानाचार्य | रात १० बजे तक चले इस कार्यक्रम में उत्त्साह देखते ही बनता था | भारत के एक ओर नेपाल के किनारे बसे निवासियों ने एक स्वर से श्री 'होरी' जी का आभार प्रदर्शित किया और उनके नेतृत्व में समाज को उठाने में कदम से कदम मिला कर चलने का आश्वासन दिया |
वापस महाराज गंज मुख्यालय रात १२ बजे काफिला पहुंचा और दिन भर के सफल कार्यक्रमों के बाद यहाँ रात्रि विश्राम किया |
कुर्मिक्षत्रिय महा संघ/ पटेल टाईम्स ब्यूरो
Sunday, 4 December 2011
shahid smarak maharaj ganj
शहीद स्मारक बिशुन पुर गबडुआ ,महाराज गंज
महा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रसिद्ध साहित्यकार पटेल राज कुमार सचान 'होरी' राष्ट्रीय संरक्षक हरिपाल सिंह [लखनऊ] ,प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्ण चन्द्र वर्मा ,प्रदेश संगठन मंत्री चौधरी विश्राम सिंह पटेल , प्रदेश महा सचिव अशोक पटेल ,मंडलीय अध्यक्ष पटेल विजय चौधरी ,महाराज गंज ,कुशीनगर ,गोरख पुर के पदाधिकारियों तथा कुछ समाज सेवी अधिकारीयों के साथ ३ तारीख़ को पहुंचे शहीद स्मारक बिशुन पुर गबडुआ , महाराज गंज |
बड़ी संख्या में शहीद स्मारक पर उपस्थित ग्रामीणों ने उत्त्साह से भाग लिया इनमें ग्रामीण महिलाएं भी थीं |२ घंटे तक चले कार्यक्रम में विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त करने के पूर्व स्मारक पर पुष्पांजलि की और अगर बत्तियां प्रज्ज्वलित की |२७ अगस्त १९४२ की स्वतंत्रता की लडाई में इसी गाँव में लोग शहीद हुए थे और अनेकों गिरफ्तार हए थे जो आजीवन जेलों में रह कर स्वर्गवासी हुए थे | शहीदों के नाम .....
[१] श्री सुखराज कुर्मी पुत्र बेचन कुर्मी
[२]श्री झिंकू कुर्मी पुत्र मानिक कुर्मी
[३]श्री कशी नाथ कुर्मी पुत्र हर दयाल कुर्मी
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ....
[१] श्री राम देव चौधरी पुत्र फेकू
[२] श्री त्रिलोक चौधरी पुत्र जद्दू
[३]श्री महा देव चौधरी पुत्र गोपाल
[४] श्री राम धारी चौधरी पुत्र ब्रज मोहन
[५] श्री तिलक धारी चौधरी पुत्र जद्दू
[६] श्री सरजू चौधरी पुत्र राम सुभग
[७] श्री शिव दत्त चौधरी पुत्र बिशुन
[८] श्री हरिवंश चौधरी पुत्र राम किशुन
[९] श्री राम जतन चौधरी पुत्र शंकर
[१०] श्री जनक राज लोहार पुत्र परमेश्वर
[११] श्री नगई लोहार पुत्र रुपयी
[१२] श्री सरजू चौधरी पुत्र रुपयी
[१३] श्री मानिक चौधरी पुत्र बुद्धू
[१४] श्री राम लखन चौधरी पुत्र मानिक
[१५] श्री बनारसी चौधरी पुत्र त्रिलोचन
सभा में श्री अशर्फी लाल चौधरी अध्यक्ष शहीद स्मारक समिति अपने विचार रखते रखते रो पड़े ,आंसुओं में दर्द था अपने पूर्वजों के लिए और पीड़ा थी शासन और प्रशासन की उपेक्षा की | स्मारक का चबूतरा क्षत विक्षत था ,पत्थर टूटे थे | गाँव में विकास कार्य न थे | श्री असरफी लाल ने और संरक्षक श्री चन्द्र भान चौधरी ने मांग की गांवके बाहर शहीद द्वार के स्थापना की | गांव के प्रधानपति श्री नन्द कुमार चौधरी भी सभा में उपस्थित रहे | श्री 'होरी' ने अपने भाव पूर्ण संबोधन में स्राधांजलि देते हुए विभिन्न समस्याओं के निराकरण और मांगों को पूर्ण करने के लिए वादा किया की सम्बंधित से कह कर सब पूर्ण कराया जायेगा , अपने पदाधिकारियों से अनुरोध किया की वे लगातार संपर्क बनाये रखें | इतिहास् लिखने के लिए प्रेरित करते हुए कहा की जो समाज लेखक नहीं पैदा करते उनके महा पुरुष उपेक्षित हो जाते हैं , तभी इस संग्राम को गोरख पुर के गजेटियर में भी तीन पंक्तियाँ मिलीं जब की इस पर तो अनेकों किताबें लिखी जातीं |इस पर एक किताब स्वयं लिखने का ashwasan देते हुए कहा की वे इसको इंटर नेट के माध्यम से सम्पूर्ण दुनिया तक पहुचाएंगे |
शहीद मेला में २७ जनवरी२०१२ को जनता की मांग पर भाग लेने का आश्वासन देते हुए अपनी माँ की स्मृति ट्रस्ट 'सुखरानी फ़ौंडेशन ' से रुपये ११ हजार स्मारक को दान दिए |
यहाँ से समाज सेवकों का काफिला निकल पड़ा अन्य सुदूर गांवों की ओर.......
कुर्मी क्षत्रिय महा संघ /पटेल टाईम्स ब्यूरो
Friday, 2 December 2011
VISIT OF MAHARAJGANJ ON 3RD AND 4TH DECEMBER
FOR SOCIAL AND RURAL DEVELOPMENT SHREE RAJ KUMAR SACHAN 'HORI' IS VISITING MAHARAJGANJ[UP] SPECIALLY RURAL AREAS ON 3RD AND 4TH DECEMBER 11. DISTT IS SITUATED IN EASTERN UP NEAR NEPAL, KUSHINAGAR, GORAKHPUR, SIDDHARTH NAGAR
IT IS RURAL AND UNDEVELOPED DISTT. LET US DEVELOP IT UNITEDLY.KISANS AND KURMIS NEED SPECIAL CARE.
BEURO CHIEF .
PATEL TIMES
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BEURO CHIEF .
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