किसान अगर शहरीकरण स्वीकार नहीं करता तो वह अपने विकास में स्वयं बाधक है , का दोष नहीं / खेती तो अलाभकारी है इसके कुछ हिस्से में कैश क्राप्श करें तो अंश को बेच कर धन से अपने शहर में एक प्लाट लें और वहीं जीविका चालु कर दें /देखते देखते उस प्लाट की कीमत आसमान छुएगी और गरीब किसान धनि बन जायेगा // होरी
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